मध्य प्रदेश के इंदौर में एक महिला कारोबारी को डिजिटल अरेस्ट कर 1.60 करोड़ की ठगी करने के मामले में चार लोगों को पुलिस ने गिरफ्तार करने में सफलता पाई है। यह आरोपी मैहर और गुजरात के सूरत के हैं। इनके नाम पर बैंक अकाउंट है। जबकि, मुख्य आरोपी अब भी पुलिस की पकड़ से बाहर है।
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पुलिस की अपराध शाखा के डीसीपी राजेश त्रिपाठी ने बताया कि इंदौर में पिछले दिनों एक महिला कारोबारी को डिजिटल अरेस्ट कर धमकाया गया कि वह मनी लॉन्ड्रिंग में शामिल है। महिला को डराकर ठगों ने बैंक खातों में 1 करोड़ 60 लाख की राशि ट्रांसफर कराई थी। इस मामले में पुलिस ने उन बैंक खाता धारकों को पकड़ा है, जिनमें दो मैहर के राकेश बंसल और उनके पिता तथा सूरत से प्रतीक और अभिषेक शामिल हैं। इनके बैंक अकाउंट में 5 और 10 लाख की राशि ट्रांसफर हुई थी।
पुलिस ने चारों आरोपियों को रिमांड पर लिया है और मुख्य आरोपी तक पहुंचने की कोशिश कर रही है। पूरे मामले में पुलिस आरोपियों से पूछताछ करने में जुटी है।
पुलिस अधिकारी ने बताया है कि जिन्हें पकड़ा गया है, उनके बैंक अकाउंट में राशि का ट्रांसफर हुआ था। ठगी करने वाले गिरोह बड़े शातिर तरीके से दूसरों के बैंक अकाउंट खुलवाते हैं और उसके बदले में पांच से दस हजार रुपये तक दिए जाते हैं। जिन लोगों को पकड़ा गया है, उनके बैंक अकाउंट से राशि दूसरे अकाउंट में ट्रांसफर की गई। जिन खातों में यह राशि ट्रांसफर की गई है, उनकी जांच में भी पुलिस जुटी है।
पिछले दिनों एक कारोबारी महिला को ईडी और सीबीआई का अधिकारी बताकर डिजिटल अरेस्ट किया गया था। उन्हें डराया-धमकाया गया और कहा गया कि आपके बैंक अकाउंट में राशि का ट्रांसफर किया गया है । इस मामले में आप पर कार्रवाई की जा रही है। इसके लिए रकम बताए गए बैंक खातों में राशि भेज दें। महिला डर गई और उसने 1.60 करोड़ की राशि भेज दी। बाद में इसकी शिकायत अपराध शाखा में की गई।
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