जम्मू-कश्मीर के डोडा जिले के ऊंचाई वाले इलाकों में बुधवार को आतंकवादियों की तलाश के लिए चलाए जा रहे अभियान में सेना का एक कैप्टन शहीद हो गया।
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अधिकारियों ने यह जानकारी देते हुए बताया कि मुठभेड़ में शायद चार आतंकवादी मारे गए हैं।
स्वतंत्रता दिवस से एक दिन पहले हुई इस मुठभेड़ में एक नागरिक भी घायल हो गया।
अधिकारियों ने बताया कि शिवगढ़-अस्सार पट्टी में छिपे आतंकवादियों की तलाश करने के लिए सुरक्षाबलों और पुलिस ने इलाके की घेराबंदी कर संयुक्त तलाश अभियान शुरू किया और इस दौरान घने जंगलों वाले इलाके में उनके बीच मुठभेड़ शुरू हो गई।
उन्होंने बताया कि आतंकवादियों के साथ हुई मुठभेड़ में युवा कैप्टन गंभीर रूप से घायल हो गए। उन्हें सैन्य अस्पताल ले जाया गया, जहां उन्होंने अंतिम सांस ली।
अधिकारियों ने बताया कि मुठभेड़ स्थल से चार बैग मिले हैं जिनमें खून लगा है। इससे यह समझा जा रहा है कि मुठभेड़ में चार आतंकवादी मारे गए हैं। साथ ही वहां से एम-4 कार्बाइन भी बरामद की गई हैं।
एक अधिकारी ने बताया कि आतंकवादी अस्सार पट्टी में एक नदी के किनारे छिपे हुए हैं।
सेना ने हालांकि सोशल मीडिया मंच 'एक्स' पर बताया कि इस मुठभेड़ में एक अधिकारी घायल हुआ है।
सेना की 16वीं बटालियन के एक्स अकाउंट 'व्हाइट नाइट कॉर्प्स' ने एक पोस्ट में कहा, ''भारी गोलीबारी के बीच आतंकवादियों की तलाश जारी है। तलाश दल का नेतृत्व करते हुए एक अधिकारी घायल हो गया है। तलाश अभियान के दौरान युद्ध में इस्तेमाल होने वाले सामान बरामद किए गए हैं।''
अधिकारियों ने बताया कि सुरक्षा बलों और आतंकवादियों के बीच संक्षिप्त मुठभेड़ होने के बाद आतंकवादी उधमपुर जिले के पटनीटॉप के निकट जंगल से डोडा में घुस आए।
अधिकारियों के अनुसार, उधमपुर में मंगलवार शाम करीब छह बजे सुरक्षाबलों को आतंकवादियों की मौजूदगी का पता चला था। आधे घंटे बाद उनके बीच मुठभेड़ शुरू हो गई।
सुरक्षाबलों ने रातभर में इलाके को चारों ओर से घेर लिया।
अधिकारियों ने बताया कि सुरक्षाबलों ने आज सुबह फिर से तलाश अभियान शुरू किया। आज सुबह करीब 7.30 बजे पुन: आतंकवादियों और जवानों के बीच गोलीबारी शुरू हो गई।
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