जम्मू से लेकर घाटी तक सभी जगह लहरा रहा तिरंगा
आतंकी हमलों की आशंका के बीच इस बार जम्मू से लेकर घाटी तक का नजारा तिरंगामय बना हुआ है। श्रीनगर का लाल चौक हो या डल झील के शिकारे या उत्तरी कश्मीर की नियंत्रण रेखा, सभी जगह पहली बार तिरंगे की आन-बान-शान देखते ही बनती है।
जम्मू से लेकर घाटी तक सभी जगह लहरा रहा तिरंगा |
इस बार सेना, बीएसएफ, सीआरपीएफ से लेकर राज्य पुलिस सभी के लिए चुनौतियां लगातार बनी हुई है। सरहद पार बैठे आतंकी सरगना ड्रोन्स के जरिए भी हथियारों की तस्करी तथा अपने आतंकियों के जरिए राजनीतिक हत्याओं को अंजाम देने की फिराक में हैं।
हाल के दिनों में दक्षिण कश्मीर के अनंतनाग में भाजपा नेता एवं सरपंच तथा उनकी पत्नी की हत्या के अलावा दो दिन पहले राजौरी में भाजपा के लिए एक स्थानीय नेता के परिवार पर हथगोला फेंका गया। जिसमें दो साल के मासूम की मौत हो गई।
स्वतंत्रता दिवस शांतिपूर्वक निपट जाए इसके लिए सुरक्षाबल हाईअलर्ट पर हैं। भारत-पाक का सरहदी इलाका हो या फिर नियंत्रण रेखा का सीमांत क्षेत्र सभी जगह हाई अलर्ट है। इन इलाकों के तमाम निवासियों को किसी भी संदिग्ध अथवा ड्रोन्स के देखे जाने पर पुलिस, बीएसएफ को फौरन इतला करने को कहा गया है। इस बार सुरक्षाबलों तो सुरक्षाबल बल्कि स्थानीय नागरिक भी पूरी तरह सजग दिखाई देते हैं।
पिछले कई दिनों से लगातार कहीं विस्फोटक आईईडी तो कहीं हथियार व गोला-बारूद मिला अथवा जब्त किया जा रहा है। कड़ी चौकसी बरतते हुए सुरक्षाबल लगातार आतंकी तंजीमों के ओजीडब्लू के अलावा सदिंग्धों की धरपकड़ में भी लगे हैं। जिस प्रकार के खुफिया इनपुट लगातार मिल रहे हैं उससे स्वाभाविक तौर पर सुरक्षाबलों की चुनौतियां बढ़ी हुई है।
खुफिया इनपुट्स के मुताबिक सरहद पार बैठे लश्कर-ए-तय्यबा, जैश-ए-मोहम्मद तथा अल बदर के आतंकी सरगना घाटी में मौजूद अपने पालतू आतंकियों के जरिए बड़े हमले करवा सकते हैं। जम्मू शहर के चप्पे-चप्पे तथा जम्मू पठानकोट तथा जम्मू-श्रीनगर राष्ट्रीय राजमार्ग पर सुरक्षाबलों की चाक-चौबंद मौजूदगी है। सुरक्षाबल ड्रोन्स के जरिए होने वाले किसी भी हमले को नेस्तनाबूद करने की तैयारी किए हुए हैं।
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