राजनीतिक संकट के बीच पुडुचेरी पहुंचे राहुल गांधी ने मछुआरों से की बात
कांग्रेस शासित पुडुचेरी में राजनीतिक अनिश्चितता व्याप्त है और ऐसे समय में कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी बुधवार को केंद्र शासित प्रदेश पहुंचे हैं।
पुडुचेरी पहुंचे राहुल गांधी ने मछुआरों से की बात |
पुडुचेरी के मुख्यमंत्री वी. नारायणस्वामी के करीबी सहयोगी ए. जॉन कुमार ने मंगलवार को पार्टी से इस्तीफा दे दिया। उन्होंने कांग्रेस सरकार के साथ असंतोष का हवाला देते हुए इस्तीफा दिया। इस इस्तीफे के साथ ही कांग्रेस अब यहां सत्ता खोने के कगार पर पहुंच गई है।
कुमार ने विधानसभा अध्यक्ष वी. पी. शिवकोझुन्थु को विधानसभा में अपना इस्तीफा सौंप दिया, इसके एक दिन पहले पुडुचेरी के मंत्री मल्लद कृष्ण राव ने अपना इस्तीफा दे दिया था।
कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने बुधवार को यहां मछुआरा समुदाय के लोगों से बातचीत की और मछली पकड़ने के दौरान उनकी समस्याओं को समझने के लिए नौका में उनके यात्रा करने की इच्छा व्यक्त की।
केंद्रशासित प्रदेश में आगामी विधानसभा चुनाव के लिए पार्टी का अभियान शुरू करने की खातिर यहां आए राहुल ने कहा कि शब्दों के जरिए हर चीज का वर्णन नहीं किया जा सकता है और बेहतर तरीके से समझने के लिए अनुभव की आवश्यकता होती है। उन्होंने यहां मछुआरे की एक बस्ती की यात्रा के दौरान कहा कि अनुभव का मकसद उनकी समस्याओं और मुद्दों को समझना है क्योंकि प्रश्नों से चीजों का कुछ हद तक ही पता चल सकता है।
राहुल ने तालियों के बीच कहा, ‘‘..कुछ चीजें नहीं बोली जा सकती हैं। कुछ अनुभवों का वर्णन नहीं किया जा सकता। इसलिए मुझे आपसे एक मदद की जरूरत है। अगली बार जब मैं यहां आऊंगा, तो मैं मछली पकड़ने वाली नाव में आपके साथ जाना चाहता हूं ताकि आपके अनुभवों को जान सकूं।’’ उन्होंने कहा कि इस अनुभव से उन्हें पुडुचेरी के मछुआरों के मुद्दों को समझने में मदद मिलेगी।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी 25 फरवरी को पुडुचेरी जाने वाले हैं। मोदी उसी दिन पड़ोसी तमिलनाडु के कोयम्बटूर भी जाएंगे।
मोदी की कोयंबटूर यात्रा के दौरान एक रैली का आयोजन भी किया जाएगा। पुडुचेरी की यह यात्रा क्षेत्र में राजनीतिक अस्थिरता और विधानसभा चुनाव से पहले उपराज्यपाल किरण बेदी को वापस बुलाने के बीच होगी।
पुडुचेरी में विधानसभा चुनाव अप्रैल में होने की उम्मीद है।
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