ममता बनर्जी ने नेताजी सुभाष चंद्र बोस की 125वीं जयंती पर किया भव्य जुलूस का आयोजन
पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने नेताजी सुभाष चंद्र बोस की 125वीं जयंती पर उन्हें श्रद्धांजलि देने के लिए एक भव्य जुलूस की शुरुआत की।
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शहर के उत्तरी हिस्से में स्थित श्याम बाजार क्षेत्र में जुलूस की शुरुआत करने से पहले बनर्जी ने शंखनाद किया। सवा बारह बजे सायरन भी बजाया गया, 23 जनवरी 1897 को इसी समय बोस का जन्म हुआ था।
बनर्जी ने कहा, ‘‘ऐसा नहीं है कि हम हम नेताजी की जयंती केवल उन वर्षों में ही मनाते हों जिस वर्ष चुनाव होने वाले हैं। उनकी 125वीं जयंती हम बहुत बड़े पैमाने पर मना रहे हैं। रवीन्द्रनाथ टैगोर ने नेताजी को देशनायक बताया था। इसलिए हमने इस दिन को देशनायक दिवस बनाने का फैसला किया है।’’
उन्होंने कहा, ‘‘नेताजी देश के महान स्वतंत्रता सेनानियों में से एक थे। वह एक महान दार्शनिक थे।’’
बनर्जी ने केंद्र से नेताजी की जयंती को राष्ट्रीय अवकाश घोषित करने की मांग की।
इस सात किलोमीटर लंबे जुलूस का समापन रेड रोड पर स्थित नेताजी की प्रतिमा पर होगा, यहीं पर बनर्जी जनसभा को संबोधित करेंगी।
नेताजी को श्रद्धांजलि अर्पित करने के लिए तृणमूल कांग्रेस के अनेक नेता, विधायक समेत सैकड़ों लोग जुलूस में शामिल हुए। रैली में मुख्य सचिव अल्पन बंदोपाध्याय तथा राज्य सरकार के अन्य नौकरशाह भी मौजूद थे।
पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने शनिवार को स्वतंत्रता सेनानी नेताजी सुभाष चंद्र बोस की जयंती पर उन्हें श्रद्धांजलि देते हुए केंद्र सरकार से 23 जनवरी को राष्ट्रीय अवकाश घोषित करने की अपील की।
उन्होंने कहा कि आजाद हिंद फौज के नाम पर राजरहाट क्षेत्र में एक समाधि स्थल का निर्माण किया जाएगा और नेताजी के नाम पर एक विश्वविद्यालय की स्थापना भी की जा रही है, जिसका वित्तपोषण पूरी तरह से राज्य सरकार करेगी।
बनर्जी ने ट्विटर पर कहा, ‘‘इस साल कोलकाता में गणतंत्र दिवस की परेड नेताजी को समर्पित होगी। आज दोपहर 12 बजकर 15 मिनट पर एक साइरन बजाया जाएगा। हम सभी लोगों से अपील करते हैं कि वे अपने घरों में शंख बजाएं। केंद्र सरकार को 23 जनवरी को राष्ट्रीय अवकाश घोषित करना चाहिए। हम यह दिवस देश नायक दिवस के रूप में मना रहे हैं। पश्चिम बंगाल सरकार ने 23 जनवरी, 2022 तक साल भर कार्यक्रमों के आयोजन लिए एक समिति भी गठित की है।’’
नेताजी की 125वीं जयंती के मौके पर यहां एक विशाल ‘पदयात्रा’ का आयोजन भी किया जाएगा।
मुख्यमंत्री ने ट्विटर पर बताया कि आजाद हिंद फौज के नाम पर राजरहाट में एक समाधि स्थल पर निर्माण किया जाएगा। वहीं नेताजी के नाम पर एक विश्वविद्यालय की स्थापना भी की जा रही है, जिसका वित्तपोषण पूरी तरह से राज्य सरकार करेगी और इसका संबंध विदेशी विश्वविद्यालय के साथ होगा।
A grand padyatra will be held today. This year's Republic Day parade in Kolkata will also be dedicated to Netaji. A siren will be sounded today at 12.15 PM. We urge everyone to blow shankh at home. Centre must also declare January 23 as a National Holiday. #DeshNayakDibas (3/3)
— Mamata Banerjee (@MamataOfficial) January 23, 2021
केंद्र सरकार ने 23 जनवरी को ‘पराक्रम दिवस’ के रूप में मनाने का निर्णय लिया था। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने शनिवार को स्वतंत्रता सेनानी नेताजी सुभाष चंद्र बोस की 125वीं जयंती पर उन्हें श्रद्धांजलि दी और कहा कि देश की आजादी के लिए उनके त्याग व समर्पण को हमेशा याद किया जाता रहेगा।
मोदी ने ट्वीट किया, ‘‘महान स्वतंत्रता सेनानी और भारत माता के सच्चे सपूत नेताजी सुभाष चंद्र बोस को उनकी जन्म-जयंती पर शत-शत नमन। कृतज्ञ राष्ट्र देश की आजादी के लिए उनके त्याग और समर्पण को सदा याद रखेगा।’’
नेताजी का जन्म 23 जनवरी, 1897 को ओडिशा के कटक में हुआ था।
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