AIIMS में OPD के पंजीकरण काउंटर पर कांट्रेक्ट कर्मचारियों के मोबाइल फोन के इस्तेमाल पर लगी रोक
अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) ने बाहरी रोगी विभाग (ओपीडी) के पंजीकरण काउंटर पर अब ड्यूटी के दौरान ‘आउटसोर्स’ (अनुबंध पर रखे गए कर्मिंयों) कर्मचारियों द्वारा मोबाइल फोन के इस्तेमाल पर रोक लगाने का आदेश जारी किया है।
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आदेश में कहा गया है कि कर्मचारियों के मोबाइल फोन के इस्तेमाल से सेवाओं में देरी होती है और मरीजों को परेशानी होती है।
एम्स के निदेशक डा. एम श्रीनिवास की ओर से जारी किए गए कई आदेशों के अनुसार, प्रशासन ने संस्थान के भीतर मरीजों व तीमारदारों और अन्य सहायक कर्मचारियों के लिए सीएसआर की मदद के जरिए 50 और बैटरी से चलने वाली बसों की सुविधा प्रारंभ की है।
आदेशानुसार, सर्जिकल ब्लॉक की ओपीडी में आने वाले मरीजों के लिए अब सर्जिकल ब्लॉक में ही रजिस्ट्रेशन कराने की सुविधा शुरू की गई है। अभी उनका रजिस्ट्रेशन न्यू आरएके ओपीडी में होता था, जिससे मरीजों व उनके तीमारदारों को परेशानी होती थी।
सेफ बॉक्स में रखने होंगे अपने मोबाइल
ओपीडी के रजिस्ट्रेशन काउंटर के कर्मचारियों को ड्यूटी शुरू होने से पहले प्रभारी द्वारा मुहैया कराए गए सेफ बॉक्स में अपने मोबाइल रखने होंगे। आदेश में कहा गया है कि ऐसा कई बार पाया गया कि ओपीडी के रजिस्ट्रेशन काउंटर के कर्मचारी मरीजों के कतारों में खड़े होने के बावजूद ड्यूटी पर मोबाइल फोन का इस्तेमाल कर रहे होते हैं।
इससे सेवाओं में देरी होती है और मरीजों को परेशानी होती है। इसलिए फैसला किया गया है कि ओपीडी के रजिस्ट्रेशन काउंटर पर ड्यूटी के दौरान आउटसोर्स कर्मचारियों को अपने मोबाइल जमा कराने होंगे। इसके लिए प्रभारी उन्हें सेफ बॉक्स देंगे, जिसमें कर्मचारी ड्यूटी शुरू होने से पहले अपने-अपने मोबाइल फोन रखेंगे।
नए मरीजों का भी बनेगा ओपीडी कार्ड
एम्स ने बिना किसी पूर्व अप्वाइंटमेंट के मरीजों को स्लॉट (अलग-अलग समय) के आधार पर टोकन नंबर देने की पण्राली शुरू करते हुए पहले ही नए ओपीडी कार्ड के लिए 10 रु पए की शुल्क राशि लेना बंद कर दिया था। अब तक पूर्व आनलाइन अप्वाइंटमेंट के बाद ही मरीजों का ओपीडी कार्ड बन पाता था।
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