खतरे में झारखंड के सीएम की कुर्सी: हेमंत बोले, 'संवैधानिक संस्थाओं का घोर दुरुपयोग कर रही भाजपा'
झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने भाजपा पर सरकारी संस्थाओं के घोर दुरुपयोग का आरोप लगाया है।
झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन |
हेमंत सोरेन ने कहा है कि उनकी विधानसभा सदस्यता से जुड़े मामले में केंद्रीय निर्वाचन आयोग और राज्यपाल की ओर से अब तक कोई सूचना नहीं मिली है। पर उन्हें ऐसी खबरों के बारे में पता चला है, जिसमें कहा जा रहा है कि निर्वाचन आयोग ने उनकी विधानसभा की सदस्यता रद्द करने की सिफारिश की है। कहा जा रहा है कि निर्वाचन आयोग की रिपोर्ट सीलबंद है, फिर इसके बारे में भाजपा सांसद से लेकर उनके कठपुतली पत्रकार कैसे लिख रहे हैं। यह तो संवैधानिक संस्थाओं का दुरुपयोग है।
विधानसभा सदस्यता को लेकर चल रही खबरों पर सीएमओ की ओर से प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए यह बात कही गयी है। मुख्यमंत्री ने कहा है कि भाजपा ने जिस तरह से संवैधानिक संस्थाओं एवं सार्वजनिक एजेंसियों का दुरुपयोग किया है, वह बेहद शर्मनाक है। भाजपा मुख्यालय ने जिस तरीके से सरकारी संस्थाओं पर कब्जा जमा लिया है, भारत के लोकतंत्र में ऐसा कभी नहीं देखा गया।
मुख्यमंत्री ने कहा है कि ऐसा लगता है कि भारतीय जनता पार्टी के नेताओं, जिनमें एक सांसद और उनकी कठपुतली पत्रकार बिरादरी ने खुद से निर्वाचन आयोग की रिपोर्ट का मसौदा तैयार किया है, जो अभी सील बंद है।
CM आवास पर गाजे-बाजे के साथ जश्न, हेमंत बोले- संवैधानिक संस्थाओं को खरीद लोगे, जनसमर्थन कैसे खरीद पाओगे?
झारखंड के सीएम हेमंत सोरेन के आवास के बाहर बुधवार दोपहर सैकड़ों पुलिसकर्मियों ने ढोल-नगाड़ों की गूंज के बीच जमकर अबीर-गुलाल उड़ाये। इसके थोड़ी ही देर बाद सीएम ने पुलिसकर्मियों के जश्न की तस्वीर के साथ ट्विट किया, "संवैधानिक संस्थाओं को तो खरीद लोगे, जनसमर्थन कैसे खरीद पाओगे? झारखंड के हजारों मेहनती पुलिसकर्मियों का यह स्नेह और यहां की जनता का समर्थन ही मेरी ताकत है। हैं तैयार हम। जय झारखंड।"
दरअसल ये पुलिसकर्मी राज्य सरकार के उस फैसले पर जश्न मनाने जुटे थे, जिसमें पुलिसकर्मियों को प्रति वर्ष एक महीने का क्षतिपूर्ति अवकाश देने का एलान किया गया है। यह जश्न उस वक्त मनाया गया, जब चुनाव आयोग ने सीएम हेमंत सोरेन की विधानसभा सदस्यता रद्द करने की चुनाव आयोग की अनुशंसा झारखंड के राज्यपाल को भेजी है।
जश्न मना रहे पुलिसकर्मियों ने सीएम हेमंत सोरेन से मुलाकात कर उनके हक में लिये गये निर्णय के लिए आभार जताया। मुख्यमंत्री ने भी आवास के बाहर आकर पुलिसकर्मियों का अभिवादन स्वीकार किया।
इधर हेमंत सोरेन की विधानसभा सदस्यता रद्द करने की चुनाव आयोग की अनुशंसा की खबरों को लेकर झारखंड मुक्ति मोर्चा ने शाम साढ़े चार बजे प्रेस कांफ्रेंस में दावा किया कि हेमंत सोरेन के नेतृत्व वाली सरकार वर्ष 2024 तक पूरे मजे के साथ चलेगी। झामुमो के केंद्रीय प्रवक्ता सुप्रियो भट्टाचार्य और सांसद विजय हांसदा ने कहा कि सरकार पूरी तरह स्थिर है। हमारे साथ जनता का आशीर्वाद है और हम जनता से किये अपने वादों को पूरा करने के प्रति कृतसंकल्प है।
झामुमो प्रवक्ता ने सवाल उठाया कि चुनाव आयोग ने हेमंत सोरेन की सदस्यता को लेकर क्या अनुशंसा की है, इसके बारे में भाजपा के एक सांसद पहले से कैसे ट्विट कर रहे हैं? यह आपराधिक कृत्य है, जिसपर चुनाव आयोग को तत्काल संज्ञान लेना चाहिए। ऐसा न होने से संवैधानिक संस्था की विश्वसनीयता और साख पर संकट खड़ा हो रहा है।
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