बिहार में टीकाकरण की रफ्तार को और गति देने के लिए अब शहरी क्षेत्रों पर भी जोर दिया गया है। भिक्षुक से लेकर रिक्शाचालक की पहचानकर टीका लगाया जाएगा।
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राज्य में टीकाकरण को रफ्तार देने के लिए चलाई गई टीका एक्सप्रेस रफ्तार नहीं पकड़ पा रही। स्वास्थ्य विभाग द्वारा गांव-गांव टीकाकरण के लिए टीका एक्सप्रेस वैन भेजी गई है, लेकिन अब तक उसके अपेक्षित परिणाम नहीं दिख रहे हैं। ऐसे में स्वास्थ्य विभाग अब शहरी क्षेत्रों में भी टीका अभियान को तेज करने की पहल की है।
अब तक मिल रही जानकारी के मुताबिक, टीकाकरण की गति में सबसे बड़ी बाधा जागरूकता की कमी बताया जा रहा है। यही कारण है कि अब आशा कार्यकतार्ओं और जीविका की महिलाओं को टीका एक्सप्रेस की रफ्तार देने के लिए लगाया जा रहा है। इस बीच, शहर में इस अभियान को तेज करने की कोशिश की जा रही है।
स्वास्थ्य विभाग के अपर मुख्य सचिव प्रत्यय अमृत ने बताया कि स्वास्थ्य विभाग गांव-गांव में टीकाकरण कराने के लिए टीका एक्सप्रेस भेज रहा है। इसी तर्ज पर शहरी इलाकों में भी स्वास्थ्य विभाग की ओर से इसी सप्ताह टीकाकरण एक्सप्रेस वैन नगर निकायों में रवाना करेगी।
उन्होंने कहा, '' वाडरें में रवाना होने वाली हर टीकाकरण वैन से प्रतिदिन कम से कम 200 लोगों का टीकाकरण हो सकेगा। यदि कहीं ज्यादा लोग टीकाकरण के इच्छुक होंगे तो पूर्व सूचना के बाद वहां ज्यादा टीके भेज दिए जाएंगे।''
उन्होंने कहा, '' फिलहाल 45 वर्ष से ज्यादा उम्र के लोगों के लिए पर्याप्त टीके उपलब्ध हैं। इस कारण शुरूआत में इस टीका एक्सप्रेस के माध्यम से केवल 45 वर्ष से ज्यादा उम्र सीमा वालों को ही टीके लगाए जाएंगे। इसके अलावा जल्द ही स्वास्थ्य विभाग के पास टीके की नयी खेप भी आ जाएगी, जिसके बाद 18 वर्ष से ज्यादा उम्र वालों को भी इसी अभियान के तहत टीके दिए जा सकेंगे। ''
उन्होंने कहा कि सोमवार को नगर विकास विभाग एवं स्वास्थ्य विभाग की संयुक्त बैठक हुई थी, जिसमें राज्य के सभी नगर निकायों के नगर आयुक्त तथा कार्यपालक पदाधिकारी तथा सभी जिलों के जिला प्रतिरक्षण पदाधिकारी तथा संबंधित चिकित्सकों ने भाग लिया था।
इस बैठक में कुछ नगर निकायों ने टीकाकरण वैन में ब्लड प्रेशर और एंटीजन टेस्ट की भी व्यवस्था की मांग की थी। उन्होंने कहा कि अब वैन में इन दोनों चीजों की सुविधा की जाएगी।
इधर, नगर विकास एवं आवास विभाग ने टीकाकरण के लिए माइक्रो प्लान बनाकर कोरोना वैक्सीन करने की तैयारी प्रारंभ कर दी है।
नगर विकास एवं आवास विभाग के प्रधान सचिव आनंद किशोर ने बताया कि इस अभियान में टीकाकरण के लिए कई प्रकार के क्षेत्रों को चिह्न्ति करने तथा जोन बनाए जाने के निर्देश दिए गए।
उन्होंने कहा कि अपार्टमेंट, सब्जी मंडी, बाजार समिति, रिक्शा चालक, ऑटो रिक्शा एसोसिएशन, बस यूनियन, स्लम बस्ती, स्वयं सहायता समूह, स्ट्रीट वेंडर्स, रेलवे स्टेशन, दुकानदार, भिक्षुक, मजदूर, प्रवासी मजदूर होंगे।
उन्होंने कहा कि संबंधित नगर निकाय आवश्यकता के अनुरूप इसमें अन्य क्षेत्रों को भी चिह्न्ति कर सकते हैं।
उल्लेखनीय है कि बिहार सरकार राज्य में टीकाकरण की गति को तेज करने के लिए कई कदम उठा रही है। फिलवक्त 1700 से अधिक टीकाकरण केंद्र राज्य में बनाए गए हैं। गांवों में टीकाकरण में तेजी लाने और लोगों को यह सुविधा उनके गांव-घर तक पहुंचाने के लिए राज्य सरकार ने 24 मई से टीका एक्सप्रेस शुरू की।
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