पटना नाव हादसा: किसकी चूक से पसरा मातम?
बिहार की राजधानी पटना में मकर संक्रांति के अवसर पर आयोजित पतंगबाजी में हिस्सा लेने गए 24 लोग नाव हादसे का शिकार हो गए.
पटना नाव हादसा: किसकी चूक से पसरा मातम? |
पटना में शनिवार की शाम गंगा नदी के एनआईटी घाट के पास एक नाव के पलट गई. इस हादसे में से कम से कम 24 लोगों की मौत हो गई, जबकि कई लोग लापता बताए जा रहे हैं. ये सभी लोग मकर संक्रांति के मौके पर दियारा क्षेत्र में सरकार द्वारा आयोजित पतंग उत्सव देखकर लौट रहे थे. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने इस घटना पर दुख जताते हुए जांच के आदेश दिए हैं. इस बीच जनता दल (युनाइटेड) ने मकर संक्रांति पर रविवार को आयोजित दही-चूड़ा भोज को स्थगित कर दिया.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पटना नौका हादसे में मारे गए लोगों के परिजनों के लिए दो-दो लाख रुपये और गंभीर रूप से घायल लोगों के लिए 50,000 रुपये की अनुग्रह राशि देने की घोषणा की है.
पुलिस के अनुसार, मकर संक्रांति के अवसर पर गंगा के सबलपुर दियारा क्षेत्र में पतंग उत्सव का आयोजन किया जाता है. इसका आयोजन पर्यटन विभाग द्वारा प्रत्येक वर्ष की जाती है. इस दौरान दियारा से लोगों को लेकर लौट रही एक नाव गंगा नदी में पलट गई, जिसमें 24 लोगों की मौत हो गई है.
कहा जा रहा है कि इस नाव पर क्षमता से अधिक लोग सवार हो गए थे. राहत एवं बचाव कार्य के लिए एनडीआरएफ और एसडीआरएफ को लगाया गया है.
एनडीआरएफ के डिप्टी कमांडेंट रविकांत ने बताया, "अब तक 24 शवों को नदी से बाहर निकाल लिया गया है. राहत और बचाव का कार्य अभी भी जारी है. मृतकों की संख्या और बढ़ने की आशंका है."
पुलिस के एक अधिकारी ने बताया कि पटना मेडिकल कॉलेज अस्पताल (पीएमसीएच) में अब तक बचाए गए सात लोगों को भर्ती कराया गया है.
प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, नाव पर 50 से ज्यादा लोग सवार थे.
घटना की सूचना पाकर पटना के वरिष्ठ अधिकारी घटनास्थल पर पहुंच गए हैं. इधर, लोग लापता हुए अपने परिजनों को खोजने के लिए परेशान हैं.
इस हादसे पर बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने ट्वीट कर दुख जताया है. नीतीश ने ट्वीट कर लिखा, "गंगा दियारा में नाव डूबने की घटना दुखद. विभागों को बचाव और राहत कार्य में तेजी लाने का निर्देश."
मुख्यमंत्री ने जिला प्रशासन को सभी मृतकों के आश्रितों को तत्काल आर्थिक मदद मुहैया कराने का आदेश दिया है. उन्होंने पूरे मामले की जांच के आदेश दिए हैं.
इस बीच राज्य आपदा प्रबंधन विभाग के प्रधान सचिव प्रत्यय अमृत ने बताया कि मृतकों के परिजनों को चार-चार लाख रुपये बतौर मुआवजा दिया जाएगा.
प्रदेश के उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव ने भी दुख जताते हुए कहा, "गंगा में नाव डूबने की घटना से दुखी हूं. सरकार की तरफ से संबंधित विभागों को राहत एवं बचाव कार्यों में तेजी लाने का निर्देश दे दिया गया है."
इधर, भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के नेता और बिहार विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष प्रेम कुमार ने घटना के बाद तत्काल घटनास्थल पर पहुंचे और पीएमसीएच का दौरा किया. उन्होंने इस हादसे के लिए राज्य सरकार को जिम्मेदार ठहराया. उन्होंने कहा, "राज्य सरकार से व्यवस्था में चूक हुई है."
राजद के अध्यक्ष लालू प्रसाद ने घटना पर दुख प्रकट करते हुए ट्वीट कर लिखा, "गंगा में नाव डूबने की दुखद घटना से मर्माहत हूं. सरकार ने राहत और बचाव कार्यों में तेजी एवं दुर्भाग्यपूर्ण घटना की जांच का आदेश दिया है."
जद (यू) के एक नेता ने बताया कि रविवार को मकर संक्रांति के मौके पर दही-चूड़ा भोज को स्थगित कर दिया.
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