प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने गुरुवार को मुंबई और गुजरात में कई जगहों पर छापा मारा। यह छापेमारी फर्जी दस्तावेजों का सहारा लेकर बैंक खाते खुलवाने के मामले में की गई है।
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सिराज अहमद पर आरोप है कि उस ने आर्थिक रूप से कमजोर लोगों के दस्तावेजों के सहारे बैंक खाते खुलवाए और इसके बाद उससे 100 करोड़ की लेनदेन की।
ईडी के मुताबिक, इन फर्जी दस्तावेजों के सहारे कुल 13 बैंक खाते खोले गए थे। इन खातों के जरिए 2,200 से ज्यादा लेनदेन किए गए। इस लेनदेन से कुल 112 करोड़ रुपए क्रेडिट हुए जाने की बात कही जा रही है। वहीं, डेबिट साइड में 315 करोड़ रुपए का लेनदेन होने की बात कही जा रही है। इन खातों के जरिए मनी लॉन्ड्रिंग के संकेत मिल रहे हैं। इससे प्राप्त धन का उपयोग कई राज्यों में किए जाने की आशंका जताई गई है।
सिराज अहमद ने लोगों के फर्जी दस्तावेजों का सहारा लेकर उनके बैंक अकाउंट खोलने के बाद उन्हें नौकरी दिलाने का आश्वासन दिया था। सिराज अहमद कोल्ड ड्रिंक और चाय की एजेंसी चलाता है। ईडी अब मनी ट्रांसफर और खाता खोलने की पूरी प्रक्रिया में शामिल लोगों की भूमिका की जांच कर रही है, ताकि मामले को ठीक प्रकार से समझा जा सके।
जानकारी के मुताबिक, अहमदाबाद में 13 स्थानों पर, सूरत में 3 जगहों पर, मालेगाव में 2 जगहों पर, नासिक में एक स्थान पर और मुंबई में 5 स्थानों पर एक साथ छापे मारे गए हैं। छापेमारी के दौरान कई ऐसे साक्ष्य प्राप्त हुए हैं, जो जांच में अहम भूमिका निभा सकते हैं।
इन पैसों का इस्तेमाल महाराष्ट्र के आगामी विधानसभा चुनाव में किए जाने की आशंका थी।
बता दें कि महाराष्ट्र में एक चरण में 20 नवंबर को मतदान है और नतीजों की घोषणा आगामी 23 नवंबर को होगी।
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