Land For Jobs Case: बिहार के उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव से आज CBI की पूछताछ, नहीं होगी गिरफ्तारी
बिहार के उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव शनिवार को नौकरी के बदले जमीन मामले की केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) की जांच में शामिल हुए।
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तेजस्वी सुबह करीब 10.40 बजे राष्ट्रीय राजधानी में सीबीआई मुख्यालय पहुंचे।इससे पहले उन्हें 4, 11 और 14 मार्च को जांच में शामिल होने के लिए बुलाया गया था, लेकिन वह नहीं पहुंच पाए थे। पिछली बार वह जांच में शामिल नहीं हुए थे, क्योंकि उनकी पत्नी की तबीयत खराब थी।
एजेंसी ने हाल ही में इस मामले में तेजस्वी यादव की मां और बिहार की पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी और पिता और पूर्व रेल मंत्री लालू प्रसाद यादव से पूछताछ की थी।
सीबीआई ने आरोप लगाया है कि यह पाया गया कि आरोपियों ने मध्य रेलवे के तत्कालीन जीएम और सीपीओ के साथ साजिश रचकर जमीन के बदले में अपने करीबी लोगों की रेलवे में अवैध नियुक्ति कराई।
सीबीआई ने मामले में अज्ञात लोक सेवकों सहित लालू प्रसाद यादव, उनकी पत्नी राबड़ी देवी, दो बेटियों और 15 अन्य के खिलाफ मामला दर्ज किया था।
सीबीआई के एक अधिकारी ने कहा था, 2004-2009 की अवधि के दौरान लालू यादव ने रेलवे के विभिन्न क्षेत्रों में समूह 'डी' पदों पर अवैध रूप से लोगों की नियुक्ति कराकर जमीन-जायदाद के हस्तांतरण के रूप में आर्थिक लाभ प्राप्त किया था।
पटना के कई निवासियों ने खुद या अपने परिवार के सदस्यों के माध्यम से यादव के परिवार के सदस्यों और उनके परिवार द्वारा नियंत्रित एक निजी कंपनी के पक्ष में अपनी जमीन बेच दी या उपहार में दे दी।
जोनल रेलवे में स्थानापन्न की ऐसी नियुक्ति के लिए कोई विज्ञापन या कोई सार्वजनिक नोटिस जारी नहीं किया गया था, फिर भी जो पटना के निवासी थे, उन्हें मुंबई, जबलपुर, कोलकाता, जयपुर और हाजीपुर में स्थित विभिन्न क्षेत्रीय रेलवे में स्थानापन्न के रूप में नियुक्त किया गया था।
सीबीआई ने कहा, इस कार्यप्रणाली को जारी रखते हुए, पटना में स्थित लगभग 1,05,292 वर्ग फुट अचल संपत्तियों को पूर्व मंत्री और उनके परिवार द्वारा पांच बिक्री विलेखों और दो उपहार विलेखों के माध्यम से अधिग्रहित किया गया था, जो अधिकांश भूमि हस्तांतरणों में विक्रेता को किए गए भुगतान को दर्शाता है।
नौकरी के बदले जमीन मामला में मीसा भारती से ईडी कर रही पूछताछ
राज्यसभा सांसद और पूर्व केंद्रीय रेल मंत्री लालू प्रसाद की बेटी मीसा भारती शनिवार को नौकरी के बदले जमीन मामले में प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) की जांच में शामिल हुईं।
मीसा पूर्वाह्न् करीब 11 बजे राष्ट्रीय राजधानी में ईडी मुख्यालय पहुंचीं। इस महीने की शुरुआत में जांच एजेंसी ने कहा था कि दिल्ली, मुंबई, पटना और रांची में 24 स्थानों पर छापेमारी के दौरान एक करोड़ रुपये की बेहिसाब नकदी, 1,900 डॉलर, 540 ग्राम सोना और 1.5 किलोग्राम सोने के आभूषण और अन्य आपत्तिजनक दस्तावेज बरामद किए गए थे।
केंद्रीय एजेंसी ने लगभग 600 करोड़ रुपये का पता लगाने का भी दावा किया है, जो 350 करोड़ रुपये की अचल संपत्तियों के रूप में अपराध की आय थी और 250 करोड़ रुपये के लेन-देन बेनामीदारों के माध्यम से किए गए थे।
जांच एजेंसी ने कहा कि अब तक की गई पीएमएलए जांच से पता चला है कि लालू प्रसाद के परिवार ने रेलवे में नौकरी के एवज में पटना और अन्य क्षेत्रों में प्रमुख स्थानों पर कई जमीनें अवैध रूप से अधिग्रहित की थीं।
इन जमीनों का मौजूदा बाजार मूल्य 200 करोड़ रुपये से अधिक है।
इन जमीनों के लिए कई बेनामीदारों, शेल संस्थाओं और लाभकारी मालिकों की पहचान की गई है।
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