किसान महापंचायत: करनाल में सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम, इंटरनेट सेवा बंद, दिल्ली-अंबाला रूट समेत इन जगहों से बचें
हरियाणा के करनाल में मंगलवार दोपहर होने वाली किसान महापंचायत के लिए किसानों की भीड़ जुटनी शुरू हो गई है। सुबह साढ़े दस बजे तक लगभग 250 किसान महापंचायत स्थल करनाल मंडी पहुंच चुके थे और अगले कुछ घंटों में संख्या बढ़ने की उम्मीद है।
महापंचायत: करनाल की किलेबंदी (प्रतिकात्मक फोटो) |
कृषि कानूनों के खिलाफ दिल्ली की सीमाओं पर किसानों के प्रदर्शन के बीच विभिन्न जगहों पर महापंचायतों का आयोजन किया जा रहा है, ऐसे में किसानों ने आज हरियाणा के करनाल में महापंचायत का एलान किया है।
मौके पर बहुस्तरीय सुरक्षा को तैनात किया गया है। किसानों की सुरक्षा सुनिश्चित करने और किसी भी अप्रिय घटना से बचने के लिए केंद्र के बलों सहित लगभग 30 बटालियनों को तैनात किया गया है।
हालांकि लोगों को करनाल मंडी की ओर जाने से रोकने के लिए कई परतों में बैरिकेड्स हैं, लेकिन आंदोलनकारी किसानों ने कहा कि वे किसी भी कीमत पर मौके पर पहुंचेंगे। करनाल स्थित भारतीय किसान यूनियन (बीकेयू) जगदीप सिंह चढ़ुनी ने कहा, "अगर जरूरत पड़ी तो हम बैरिकेड्स तोड़ देंगे। कोई भी सुरक्षा किसानों को महापंचायत में शामिल होने से नहीं रोक सकती।"
हरियाणा पुलिस ने कहा कि किसानों की महापंचायत के कारण करनाल में कानून-व्यवस्था की स्थिति को देखते हुए यातायात बाधित हो सकता है और वाहन चालकों को दिल्ली और अंबाला के बीच राष्ट्रीय राजमार्ग (एनएच) 44 पर यात्रा करने से बचने की सलाह दी। हालांकि, राजमार्ग पर नियोजित रूट डायवर्जन को अब तक लागू नहीं किया गया है।
जरूरत पड़ने पर मंगलवार सुबह करीब नौ बजे से इन डायवर्जन को लागू कर दिया जाएगा।
इस बीच, कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए करनाल और आसपास के चार जिलों में इंटरनेट सेवाएं बंद कर दी गई हैं। इन चार जिलों में कुरुक्षेत्र, जींद, कैथल और पानीपत शामिल हैं।
हरियाणा: करनाल में आज होने वाली किसान महापंचायत को देखते हुए सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए हैं। राज्य सरकार ने 4 ज़िलों में इंटरनेट, मोबाइल और एसएमएस सेवाएं बंद कर दी हैं।
— ANI_HindiNews (@AHindinews) September 7, 2021
(तस्वीरें एसपी कार्यालय और उपायुक्त कार्यालय के पास से हैं।) pic.twitter.com/1N8BwBLUzA
अंबाला से दिल्ली जाने वाले ट्रैफिक को कुरुक्षेत्र के पिपली से डायवर्ट किए जाने की संभावना है। इसी तरह दिल्ली से अंबाला जाने वाले ट्रैफिक को पानीपत के पेप्सी ब्रिज से डायवर्ट किया जाएगा।
हरियाणा: किसान महापंचायत से पहले करनाल में सुरक्षाकर्मियों को तैनात किया गया है।
— ANI_HindiNews (@AHindinews) September 7, 2021
दृश्य करनाल में नई अनाज़ मंडी क्षेत्र से हैं। pic.twitter.com/DG9GkgxvXB
चढ़ुनी ने एजेंसी को बताया कि बैठक के लिए राज्य भर के किसान बड़ी संख्या में एकत्रित होंगे। उन्होंने कहा, "लोग आने लगे हैं और वे जल्द ही मंडी पहुंचेंगे। सभी किसान नेता दोपहर तक मौके पर पहुंच जाएंगे और फिर महापंचायत शुरू हो जाएगी।"
करनाल मंडी में यहां जमा हुए किसानों ने कहा कि वे 28 अगस्त को पुलिस कार्रवाई का आदेश देने वाले आईएएस अधिकारी के खिलाफ कार्रवाई चाहते हैं। उन्होंने कहा कि अधिकारी को निलंबित किया जाना चाहिए और विरोध के दौरान अपनी जान कुर्बान करने वाले सभी किसानों के परिवारों को मुआवजा दिया जाना चाहिए।
किसान करनाल की अनाज मंडी में इकट्ठा होंगे और मिनी सचिवालय की ओर बढ़ने से पहले एनएच 44 पर विरोध मार्च निकालेंगे।
भारतीय किसान यूनियन (हरियाणा) के अध्यक्ष गुरनाम सिंह चढ़ुनी ने सोमवार को करनाल में मीडिया से कहा, "करनाल प्रशासन के साथ बैठक का कोई नतीजा नहीं निकला है।" उन्होंने कहा, "हम अपनी योजना के अनुसार मिनी सचिवालय का 'घेराव' करेंगे।"
प्रदर्शनकारी किसान 28 अगस्त को पुलिस कार्रवाई का आदेश देने वाले आईएएस अधिकारी और प्रदर्शन कर रहे किसानों पर लाठीचार्ज में शामिल पुलिसकर्मियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग कर रहे हैं।
उन्होंने घरुंडा के एक किसान सुशील काजल के परिजनों को 25 लाख रुपये का मुआवजा और सरकारी नौकरी देने की भी मांग की है, जिन्हें लाठीचार्ज में सिर में चोट लगी थी और बाद में दिल का दौरा पड़ने से उनकी मृत्यु हो गई।
किसान घायलों के लिए दो-दो लाख रुपये मुआवजे की भी मांग कर रहे हैं।
किसान मोर्चा ने कहा कि हरियाणा सरकार अब केवल एक ही रणनीति पर काम कर रही है कि किसी भी तरह की हिंसा उकसा कर किसानों के विरोध को बदनाम किया जाए।
मोर्चा ने कहा, "हम अपने विरोध में किसी भी प्रकार की हिंसा की अनुमति नहीं देंगे।" मोर्चा ने किसानों से हर हाल में शांति बनाए रखने और किसी भी तरह की हिंसा नहीं होने देने की अपील की है।
इस बीच जिला प्रशासन ने करनाल में पहले ही सीआरपीसी की धारा 144 लागू कर जनता के इकट्ठा होने पर रोक लगा दी है।
अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक (कानून व्यवस्था) नवदीप सिंह विर्क ने कहा कि अंबाला-दिल्ली राजमार्ग पर करनाल जिले में कुछ यातायात बाधित हो सकता है।
उन्होंने कहा, "एनएच 44 का उपयोग करने वाली आम जनता को सलाह दी जाती है कि वे करनाल शहर से यात्रा न करें और 7 सितंबर को अपने गंतव्य तक जाने के लिए वैकल्पिक मार्गों का उपयोग करें।"
उन्होंने कहा, "सभी नागरिकों को इन व्यवस्थाओं के बारे में पहले से सूचित किया जा रहा है ताकि वे किसी भी असुविधा से बचने के लिए अपनी यात्रा की योजना बना सकें और उसमें बदलाव कर सकें।"
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