हरीश रावत से मुलाकात के बाद कैप्टन बोले- हाई कमान का फैसला हमें मंजूर

Last Updated 17 Jul 2021 04:01:03 PM IST

पंजाब के मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह ने कांग्रेस महासचिव हरीश रावत से मुलाकात के बाद शनिवार को कहा कि पार्टी अध्यक्ष सोनिया गांधी जो भी फैसला करेंगी वो सबको स्वीकार होगा।


नवजोत सिंह सिद्धू को कांग्रेस का नया प्रदेश अध्यक्ष बनाए जाने की बात को लेकर चल रही खींचतान के बीच पंजाब के मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह ने शनिवार को यहां प्रदेश प्रभारी हरीश रावत से मुलाकात की। उन्होंने कहा कि बैठक अच्छी रही, लेकिन वह पार्टी अध्यक्ष सोनिया गांधी के समक्ष उठाए गए मुद्दों को आगे बढ़ाएंगे। यह दोहराते हुए कि सोनिया गांधी का कोई भी निर्णय स्वीकार्य होगा, लेकिन उन्होंने कहा कि उन्होंने कुछ मुद्दे उठाए जिसके बारे में रावत सोनिया गांधी के फिर से बात करेंगे।

दोनों के बीच यह मुलाकात करीब एक घंटे तक चली।

बैठक के कुछ मिनट बाद, अमरिंदर सिंह के मीडिया सलाहकार रवीन ठुकराल ने सीएम के बयान को ट्वीट किया, " हरीश रावत के साथ एक उपयोगी बैठक हुई। दोहराया कि कांग्रेस अध्यक्ष का कोई भी निर्णय सभी को स्वीकार्य होगा। कुछ मुद्दों को उठाया जो उन्होंने कहा कि वह सोनिया गांधी के समक्ष उठाएंगे।"

कांग्रेस के पंजाब प्रभारी रावत शनिवार दोपहर चंडीगढ़ पहुंचे और मुख्यमंत्री से मिले। रावत हेलीकॉप्टर से दोपहर 12 बजे चंडीगढ़ पहुंचे और वहां से सीधे मुख्यमंत्री के मोहाली स्थित फार्म हाउस गए।

मुख्यमंत्री के मीडिया सलाहकार ने अमरिंदर सिंह के हवाले से कहा कि रावत के साथ उपयोगी बैठक हुई।

उन्होंने कहा, ‘‘हरीश रावत जी के साथ उपयोगी बैठक हुई। यह दोहराया गया कि कांग्रेस अध्यक्ष का फैसला सबको स्वीकार होगा। कुछ मुद्दे उठाए, जिनके बारे में रावत ने कहा कि इन्हें कांग्रेस अध्यक्ष तक पहुंचाया जाएगा।’’

उधर, सिद्धू ने भी प्रदेश कांग्रेस कमेटी के वर्तमान अध्यक्ष सुनील जाखड़ से मुलाकात की।

दिल्ली के बाद चंडीगढ़ में मुलाकातों का यह सिलसिला उस वक्त शुरू हुआ जब शुक्रवार को अमरिंदर सिंह ने सोनिया गांधी को पत्र लिखकर स्पष्ट कर दिया कि सिद्धू को प्रदेश कांग्रेस का अध्यक्ष बनाए जाने से अगले साल होने वाले विधानसभा चुनाव में कांग्रेस की संभावनाओं को झटका लग सकता है।

ऐसी अटकलें हैं कि पूर्व क्रिकेटर सिद्धू को पंजाब कांग्रेस की इकाई का प्रमुख बनाया जा सकता है।

रावत का चंडीगढ़ दौरा अमरिंदर सिंह को मनाने की कोशिश के तौर पर देखा जा रहा है क्योंकि वह सिद्धू को पार्टी की प्रदेश इकाई का अध्यक्ष बनाए जाने के खिलाफ हैं।

उधर, सिद्धू और जाखड़ के बीच मुलाकात आधे घंटे से ज्यादा समय तक चली और इसके बाद सिद्धू ने जाखड़ को बड़ा भाई और मार्गदर्शक बताया। वहीं, जाखड़ ने सिद्धू को सक्षम व्यक्ति करार दिया।


ये बैठकें ऐसे समय हुई हैं जब सिद्धू और मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह के बीच मतभेद को लेकर पंजाब कांग्रेस इकाई में घमासान जारी है। शुक्रवार को सिद्धू ने नयी दिल्ली में पार्टी प्रमुख सोनिया गांधी से उनके आवास पर मुलाकात की थी। इस बैठक में कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी और हरीश रावत मौजूद थे।

 

एक दिन पहले मुख्यमंत्री ने कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी को पत्र लिखकर चेतावनी दी थी कि यदि सिद्धू को प्रदेश कांग्रेस का प्रभार दिया गया तो पार्टी टूट जाएगी।

अपने पत्र में उन्होंने कहा था कि यदि सिद्धू को राज्य के शीर्ष संगठनात्मक पद पर पदोन्नत किया जाता है तो वह उनके नेतृत्व में चुनाव नहीं लड़ेंगे।

भाषा/आईएएनएस
चंडीगढ़/नयी दिल्ली


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