पीएम मोदी ने ताउते के असर व तैयारियों पर महाराष्ट्र, गुजरात, गोवा के सीएमों से की बात
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोमवार को महाराष्ट्र, गुजरात और गोवा के मुख्यमंत्रियों और दमन और दीव के उपराज्यपाल से भीषण चक्रवाती तूफान तौकते से निपटने को लेकर की जा रही तैयारियों पर बातचीत की।
पीएम मोदी ने तौकते के असर व तैयारियों पर महाराष्ट्र, गुजरात, गोवा के सीएमों से की बात |
महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे, गुजरात के मुख्यमंत्री विजय रूपाणी, गोवा के मुख्यमंत्री प्रमोद सावंत और दमन और दीव के उपराज्यपाल प्रफुल्ल पटेल के साथ टेलीफोन पर बातचीत में पीएम मोदी ने इन राज्यों एवं केंद्र शासित प्रदेश को प्रभावित करने वाले चक्रवाती तूफान से निपटने के लिए स्थिति और तैयारियों का जायजा लिया।
इसके अलावा पीएम मोदी ने उस स्थिति के बारे में भी चर्चा की कि अगर चक्रवात अपेक्षा से अधिक खतरनाक होता है तो इससे किस प्रकार से निपटा जा सकता है।
प्रधानमंत्री ने इन राज्यों और केंद्र शासित प्रदेश को हर संभव केंद्रीय सहायता का आश्वासन देते हुए बताया कि राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल (एनडीआरएफ) की टीमें राहत और बचाव कार्यों में सक्रिय हैं।
ठाकरे ने मोदी से कहा कि राज्य में प्रशासन पूरी तरह सतर्क है।
इससे पहले दिन में, महाराष्ट्र के सीएम कार्यालय ने ट्वीट किया, सीएम उद्धव बालासाहेब ठाकरे राज्य में चक्रवात तौकते की स्थिति की बारीकी से निगरानी कर रहे हैं।
सोमवार की शाम तक तटीय क्षेत्रों के 12,420 निवासियों को सुरक्षित स्थानों पर स्थानांतरित किया जा चुका है और मुंबई, ठाणे एवं पालघर जिले ऑरेंज अलर्ट पर हैं, जबकि रायगढ़ जिला रेड अलर्ट पर है।
इस दौरान गोवा के मुख्यमंत्री प्रमोद सावंत ने कहा कि प्रधानमंत्री ने राज्य पर चक्रवात तौकते के प्रभाव के बारे में जानने के लिए फोन किया और केंद्र सरकार की ओर से हर संभव सहायता का आश्वासन दिया।
गुजरात के मुख्यमंत्री कार्यालय ने कहा कि प्रधानमंत्री ने रूपाणी से टेलीफोन पर बातचीत में चक्रवात तौकते का सामना करने के लिए राज्य की तैयारियों पर चर्चा की।
बयान में कहा गया, प्रधानमंत्री ने केंद्र सरकार से लेकर राज्य तक हरसंभव मदद के लिए अपनी तत्परता व्यक्त की।
चक्रवाती तूफान तौकते के उत्तर-उत्तर-पश्चिम की ओर बढ़ने और 17 मई की शाम को गुजरात तट तक पहुंचने के बाद 17 मई की रात के दौरान पोरबंदर और महुवा (भावनगर जिला) के बीच गुजरात तट को पार करने की प्रबल संभावना है। चक्रवात के कारण अधिकतम 155-165 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से निरंतर हवा चलेगी, इसके साथ ही 185 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार के साथ आंधी भी चलने की आशंका है।
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