उत्तरी भारत में बढ़ा सर्दी का असर
उत्तरी मैदानी इलाकों में सर्दी के कारण न्यूनतम तापमान में दो-तीन डिग्री गिरावट की आशंका के साथ ही उत्तर भारत में शनिवार को रुक रुक कर बारिश होने के साथ मध्यम से घने कोहरा छाने की संभावना है।
|
स्काइमेट वेदर के अनुसार, पंजाब, हरियाणा और पश्चिम उत्तर प्रदेश के उत्तरी जिलों में रुक रुक कर बारिश हो सकती है।
वहीं दिल्ली, पंजाब के कुछ हिस्से, हरियाणा, उत्तरी राजस्थान और पश्चिम उत्तर प्रदेश में मध्यम से घना कोहरा छा सकता है।
पश्चिमी विक्षोभ का प्रभाव कम हो गया है, जबकि उत्तरी मैदानी क्षेत्रों में उत्तरी हवाएं चल रही हैं। लेकिन पश्चिमी विक्षोभ के कारण पश्चिमी हिमालयी क्षेत्र में हल्की बारिश और एक दो बार हिमपात हो सकता है।
हालांकि स्काईमेट वेदर के अनुसार, राष्ट्रीय राजधानी में प्रदूषण का स्तर गंभीर श्रेणी में ही बना हुआ है।
पूर्वी और उत्तरी-पूर्वी भारत में एक उत्तरी-दक्षिणी ट्रफ बना हुआ है, जो बिहार से कर्नाटक तक फैला है।
वहीं बिहार और झारखंड में गरज-चमक के साथ रुक-रुक कर बारिश हो सकती है।
इस सर्दी के सीजन में उत्तर भारत के पहाड़ों पर नवंबर से ही बारिश और बर्फबारी शुरू हो गई थी।
वहीं दिसंबर महीने का आधा वक्त बीत चुका है, लेकिन बर्फबारी थमने का नाम ही नहीं ले रही है। बीते 24 घंटे में हुई बारिश और बर्फबारी का प्रभाव जम्मू एवं कश्मीर, लद्दाख और हिमाचल प्रदेश के साथ ही उत्तराखंड में भी देखने को मिली है।
गुरुवार सुबह धर्मशाला में 66 मिलीमीटर, काजी गुंड में 62 मिलीमीटर, मनाली में 49 मिलीमीटर, श्रीनगर में 25 मिलीमीटर, उना में 23 मिलीमीटर, देहरादून में 20 मिलीमीटर, शिमला में 13 मिलीमीटर और मंडी में 12 मिलीमीटर बारिश दर्ज की गई है।
| Tweet |