SCO Summit 2024 : द्विपक्षीय मुद्दों पर बात करने से शरीफ ने किया परहेज

Last Updated 17 Oct 2024 11:00:46 AM IST

पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ (Shahbaz Sharif) ने बुधवार को शंघाई सहयोग संगठन (SCO) के सदस्य देशों से विभिन्न क्षेत्रीय चुनौतियों से निपटने और निकट सहयोग स्थापित करने के लिए संगठन के ढांचे को मजबूत करने का आग्रह किया लेकिन द्विपक्षीय मुद्दों, विशेषकर भारत संबंधी मुद्दों पर प्रत्यक्ष या परोक्ष रूप से बात करने से परहेज किया।


भारत के विदेश मंत्री एस. जयशंकर एवं पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ

शंघाई सहयोग संगठन के प्रतिष्ठित मंच पर मैं इस विास के साथ खड़ा हूं कि हमारे पास, हमारे लोगों के लिए, ऐसा अधिक समृद्ध और सुरक्षित भविष्य बनाने की न केवल क्षमता है, बल्कि इच्छा भी है जो समावेशी हो और सभी सदस्य देशों की साझा आकांक्षाओं को प्रतिबिंबित करता हो।

शिखर सम्मेलन में भाग लेने वाले सदस्य देशों ने इसके एजेंडे को सर्वसम्मति से अपनाया।  

प्रधानमंत्री शहबाज ने कहा, हम परिवर्तन के एक ऐसे ऐतिहासिक क्षण में हैं, जब बड़े पैमाने पर हो रहे बदलाव वैश्विक, सामाजिक, राजनीतिक, आर्थिक और सुरक्षा परिदृश्य को नया आकार दे रहे हैं। उन्होंने क्षेत्रीय शांति, स्थिरता, बेहतर संपर्क और सतत सामाजिक-आर्थिक विकास के प्रति पाकिस्तान की प्रतिबद्धता दोहराई।

शरीफ ने कहा, यहां आपकी उपस्थिति एससीओ क्षेत्र के सतत विकास और समृद्धि के मकसद से सामूहिक सुरक्षा सुनिश्चित करने और पारस्परिक रूप से लाभकारी सहयोग बढ़ाने के लिए हमारे लोगों की आकांक्षाओं को पूरा करने की हमारी साझा प्रतिबद्धता को रेखांकित करती है।

उन्होंने शिखर सम्मेलन को एससीओ के विविध देशों के बीच संबंधों और सहयोग की मजबूती का एक और प्रमाण बताते हुए कहा, हमारे पास मिलकर सामाजिक-आर्थिक प्रगति को गति देने, क्षेत्रीय शांति और स्थिरता को बढ़ाने तथा अपने नागरिकों के जीवन की गुणवत्ता में सुधार लाने की क्षमता है।  

उन्होंने नेताओं से एससीओ बैठक का उपयोग विचारों का आदान-प्रदान करने, सर्वोत्तम व्यवस्थाओं को साझा करने और ठोस कार्ययोजना बनाने के लिए करने का आह्वान किया, ताकि हमारी अर्थव्यवस्थाओं और समाजों को लाभ हो सके। 

उन्होंने पाकिस्तान की अध्यक्षता के दौरान मिली सफलताओं का जिक्र किया तथा व्यापार एवं अर्थव्यवस्था में सहयोग के माध्यम से ठोस कदम उठाने का आग्रह किया।

सम्मलेन में भारत के विदेश मंत्री एस. जयशंकर के अलावा बेलारूस के प्रधानमंत्री रोमन गोलोवचेंको, चीन के प्रधानमंत्री ली क्विंग, रूस के प्रधानमंत्री मिखाइल मिशुस्टिन, ईरान के व्यापार, उद्योग एवं खान मंत्री सय्यद मोहम्मद अताबक, कजाखस्तान के प्रधानमंत्री ओल्जास बेक्तेनोव, किर्गिज मंत्रिमंडल के प्रमुख अकिलबेक जापारोव, मंगोलिया के प्रधानमंत्री ओयुन-एर्डीन लवसन्नामसराय, ताजिकिस्तान के प्रधानमंत्री कोहिर रसूलजोदा, तुर्कमेनिस्तान के उप सभापति राशिद मेरेडोव और उज्बेकिस्तान के प्रधानमंत्री अब्दुल्ला अरिपोव भाग ले रहे हैं। 

ईरान के प्रथम उपराष्ट्रपति क्षेत्रीय स्थिति के कारण पाकिस्तान की यात्रा नहीं कर सके तथा देश का प्रतिनिधित्व ईरान के व्यापार, उद्योग और खान मंत्री सय्यद मोहम्मद अताबक ने किया।

भाषा
इस्लामाबाद


Post You May Like..!!

Latest News

Entertainment