SCO Summit 2024 : SCO में पाकिस्तान पर साधा निशाना, जयशंकर बोले- सहयोग में बाधक हैं ’तीन बुराइयां‘

Last Updated 17 Oct 2024 08:10:23 AM IST

विदेश मंत्री एस जयशंकर ने पाकिस्तान को उसी की धरती से परोक्ष संदेश देते हुए बुधवार को कहा कि यदि सीमा पार की गतिविधियां आतंकवाद, उग्रवाद और अलगाववाद की तीन बुराइयों पर आधारित होंगी तो व्यापार, ऊर्जा और संपर्क सुविधा जैसे क्षेत्रों में सहयोग बढ़ने की संभावना नहीं है।


विदेश मंत्री एस जयशंकर

जयशंकर ने शंघाई सहयोग संगठन (SCO) सम्मेलन को संबोधित करते हुए कहा कि व्यापार और संपर्क पहलों में क्षेत्रीय अखंडता और संप्रभुता को मान्यता दी जानी चाहिए और भरोसे की कमी पर ईमानदारी से बातचीत करना आवश्यक है।

विदेश मंत्री ने इस्लामाबाद में आयोजित एससीओ देशों के शासन प्रमुखों की परिषद (सीएचजी) के 23वें शिखर सम्मेलन में भारतीय प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व किया। इस सम्मेलन की अध्यक्षता पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ ने की।

शरीफ ने एससीओ के सम्मेलन को सबसे पहले संबोधित किया जिसके तुरंत बाद जयशंकर ने सम्मेलन में अपनी बात रखी। इस सम्मेलन में चीन के प्रधानमंत्री ली कियांग भी शामिल हुए। जयशंकर ने ये टिप्पणियां पूर्वी लद्दाख में भारतीय और चीनी सैनिकों के बीच जारी सैन्य गतिरोध और हिंद महासागर एवं अन्य रणनीतिक जलक्षेत्रों में चीन की बढ़ती सैन्य ताकत को लेकर चिंताओं के बीच की।

उन्होंने कहा, यदि सीमा पार की गतिविधियां आतंकवाद, उग्रवाद और अलगाववाद से जुड़ी हैं तो उनके साथ-साथ व्यापार, ऊर्जा प्रवाह, संपर्क और लोगों के बीच आपसी लेन-देन को बढ़ावा मिलने की संभावना नहीं है। सम्मेलन से पहले प्रधानमंत्री शरीफ ने जयशंकर से हाथ मिलाया और शिखर सम्मेलन स्थल ‘जिन्ना कन्वेंशन सेंटर’ में उनका और एससीओ के अन्य सदस्य देशों के नेताओं का गर्मजोशी से स्वागत किया।

ओबीओआर को संकीर्ण राजनीतिक चश्मे से न देखें : शाहबाज

पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ ने बीजिंग की ‘बेल्ट एंड रोड’ पहल की वकालत करते हुए कहा कि ऐसी संपर्क परियोजनाओं को संकीर्ण राजनीतिक चश्मे से नहीं देखा जाना चाहिए। भारत ने चीन की एकतरफा पहल के प्रति खास उत्साह नहीं दिखाया है।

उसने चीन-पाकिस्तान गलियारे की कई बार आलोचना करते हुए कहा है कि यह उसकी क्षेत्रीय अखंडता का उल्लंघन है क्योंकि इसमें पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर में बुनियादी ढांचे का निर्माण शामिल है।

भारत ने फिर किया चीन की ‘बेल्ट एंड रोड पहल’ का विरोध

भारत ने एक बार फिर चीन की महत्वाकांक्षी ‘वन बेल्ट वन रोड’ (ओबीओआर) पहल का समर्थन करने से इनकार कर दिया। इसके साथ ही वह शंघाई सहयोग संगठन (एससीओ) का एकमात्र देश बन गया है, जिसने इस विवादास्पद संपर्क परियोजना का समर्थन नहीं किया है।

ओबीओआर परियोजना में तथाकथित चीन-पाकिस्तान आर्थिक गलियारा (सीपीईसी) शामिल है जो कश्मीर के, पाकिस्तान के कब्जे वाले हिस्से से होकर गुजरता है।

भाषा
इस्लामाबाद


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