'रूस-अमेरिका संबंध खतरनाक टकराव के बिंदु पर'
रूस-अमेरिका संबंध एक 'खतरनाक टकराव के बिंदु' पर पहुंच गए हैं। मॉस्को में विदेश मंत्रालय द्वारा जारी एक बयान में कहा गया है कि वाशिंगटन की ओर से लगातार सिस्टमैटिक तौर पर दबाव की वजह से ये नौबत आई है।
रूस-अमेरिका संबंध |
मंत्रालय के कॉलेजियम की बैठक के बाद बुधवार को प्रकाशित बयान के अनुसार, वाशिंगटन की कार्रवाइयों के कारण हाल के वर्षों में रूस और अमेरिका के बीच संबंध खराब हो रहे हैं।
उसमें कहा गया है कि रूस अमेरिका और उसके सहयोगियों के सिस्टमैटिक दबाव में है, जो काफी हद तक वैचारिक कारकों से प्रेरित है।
वाशिंगटन की स्थिति अंतर्राष्ट्रीय कानून का घोर उल्लंघन करती है और इसका कड़ा विरोध किया जाएगा, यह कहते हुए कि रूस अपने वैध हितों को बनाए रखेगा।
मंत्रालय के अनुसार, जिनेवा में रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन और उनके अमेरिकी समकक्ष जो बाइडन के बीच जून के शिखर सम्मेलन ने दिखाया कि रणनीतिक स्थिरता, जलवायु परिवर्तन, साइबर सुरक्षा और क्षेत्रीय संघर्षों के समाधान जैसे क्षेत्रों में रचनात्मक बातचीत को पुनर्जीवित करने के कितने उचित अवसर थे।
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