'बयां करने के लिए शब्द नहीं हैं, इस पल का इंतजार था'

PICS: इतिहास रचकर बोलीं पीवी सिंधु -बयां करने के लिए शब्द नहीं हैं, इस पल का इंतजार था

उन्होंने कहा, ‘यह वास्तव में विशेष क्षण था जब तिरंगा लहराया जा रहा था और राष्ट्रगान बज रहा था। मेरी खुशी का ठिकाना नहीं था। मेरे पास बयां करने के लिए शब्द नहीं है क्योंकि आप अपने देश के लिए खेलते हो और यह निश्चित तौर पर मेरे लिये गौरवशाली क्षण है।’- भाषा/बासेल

 
 
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