ऑस्ट्रेलिया की टीम इंडिया से टक्कर

टी-20 विश्वकप:कंगारुओं के शिकार को तैयार टीम इंडिया

अश्विन ने पॉवरप्ले में जैसी गेंदबाजी की है, उनकी प्रशंसा की जानी चाहिए जबकि मिश्रा अपने चतुराई भरे वेरिएशन से भारत के लिए शानदार रहे हैं. दोनों अपने कप्तान की उम्मीदों पर खरे उतरे हैं. अश्विन ने विकेट तो तीन ही लिए हैं पर उनका इकॉनमी रेट धीमे गेंदबाजों में सर्वश्रेष्ठ 5.16 है. मिश्रा की गुगली ज्यादातर गेंदबाज समझ नहीं पा रहे हैं जबकि उन्होंने उछाल का इस्तेमाल बल्लेबाजों को धोखा देने में किया. ‘क्लासिकल’ लेग ब्रेक ने उन्हें विकेट दिलाए और उन्होंने तीन मैचों में 5.50 के इकॉनमी रेट से सात विकेट हासिल किए. धोनी की टूर्नामेंट में कप्तानी ‘ताजी हवा’ की तरह रही है, जिसमें उन्होंने अपने गेंदबाजी आक्रमण का इस्तेमाल अपनी मजबूती और सीमाओं को देखते हुए किया.

 
 
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