केंद्रीय वित्त मंत्री की साड़ी पर सबकी नजर थी। भारतीयता के रंगों में रंगी, पारंपरिक परिधान साड़ी में इस बार क्या खास होगा, धागों में किस प्रदेश की कहानी छिपी होगी इसका इंतजार सबको था।
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पर्दा हटा और फिर वित्त मंत्री ने चौंका दिया। इस बार की साड़ी में भी बुनकरों का श्रम, हुनरमंदों का हुनर झलका। वित्त मंत्री ने इस बार क्रीम कलर की साड़ी पहनी है।
मंत्री सुबह करीब 8.50 बजे वित्त मंत्रालय पहुंचीं। उनसे पहले केंद्रीय वित्त राज्य मंत्री पंकज चौधरी भी मंत्रालय पहुंच गए थे।
सीतारमण की साड़ी में खास संदेश होता है। रंगों का समायोजन उनकी समझ बूझ और व्यावहारिकता को दर्शाता है। 2024 के पूर्ण बजट में शांति और सुकून वाला रंग सफेद चुना था। मासूमियत का रंग भी माना जाता है।
सीतारमण ने सातवें बजट में अपने लुक को बेहद सादा, सहज और साधारण रखा। सोने की चेन- पेंडेंट, चूड़ियों और बिंदी से सशक्त महिला का लुक सुर्खियों में रहा।
इससे ठीक पहले 17वीं लोकसभा का अंतरिम बजट पेश करते हुए नीले रंग की साड़ी पहनी थी। इसमें भी वित्त मंत्री का हैंडलूम साड़ियों के प्रति प्यार हर बार की तरह नजर आया। उन्होंने नीले रंग की हैंडलूम साड़ी पहनी थी। नीले रंग को शांति और शक्ति का प्रतीक माना जाता है। क्रीम और ब्ल्यू रंग की साड़ी में संदेश खास था। नारी शक्ति का वंदन दिखा (इसका उल्लेख बजट में था) तो उसका ठहराव भी। नीला बेस कलर था। जो शांति, स्थिरता, प्रेरणा या ज्ञान का प्रतीक होता है। यह विश्वसनीयता का प्रतीक भी होता है।
क्रीम कलर को निर्मला सीतारमण का प्रिय रंग भी बताया जाता है। जैसे 2021 में उनकी पोचमप्ल्ली इक्कत सिल्क साड़ी में इस रंग की झलक थी तो 2022 में भी ऑफ व्हाइट का पुट था।
2023 में वित्त मंत्री ने लाल रंग की साड़ी को चुना था। लाल रंग प्रेम, ताकत, बहादुरी, पैशन और प्रतिबद्धता का प्रतीक माना जाता है। 2022 में,वित्त मंत्री को ओडिशा की बोमकाई साड़ी पहने देखा गया, जो सांस्कृतिक विरासत के प्रति उनकी आसक्ति को दर्शाता है।
साड़ी के में दिख रहे कत्थई रंग को दृढ़ता, सुरक्षा और निर्भरता का प्रतिनिधित्व करने के लिए जाना जाता है। 2020 कोरोना का दौर था उस दौरान सुनहरे भविष्य का संकल्प दिखाती पीली साड़ी पहनी थी।
2019 में मेजेंटा रंग की मंगलागिरी साड़ी पहनी थी। पहली बार बजट पेश करने वाली थीं और यहीं से ब्रीफकेस ने बहीखाते का रूप ले लिया था।
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